देसी कुत्ते के बारे में जानकारी | How to Adopt a Street Dog

How to Adopt a Street Dog : आज की पोस्ट में हम बात करने वाले हैं की किस तरह से आप एक गली के कुत्ते को घर ले आके पाल सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम गली में कोई क्यूट सा पपी देखते है तो हमारा मन होता है कि इसे पालें लेकिन किस तरह से उसके पास जाएं, कैसे उसका भरोसा जीते और कैसे उनकी देखभाल करें, हम ये समझ ही नहीं पाते। आज की पोस्ट में ये सभी सवालों के जवाब आपको मिलने वाले है इसलिए पोस्ट को अंत तक ज़रूर पढ़े।

देसी कुत्तों के बारे में रोचक तथ्य – Interesting Facts About Desi Dogs

How to Adopt a Street Dog
How to Adopt a Street Dog
  • कईं लोग कुत्ते का 1 साल इंसानों के 7 साल के बराबर होता है। ऐसा बिल्कुल नहीं होता।
  • एक अमेरिकन स्टडी में पाया गया है कि डॉग का पहला साल इंसानों के 15 साल के बराबर होता है।
  • दूसरा साल इंसानों के लगभग 9 साल के बराबर होता है और फिर हर साल चार या 5 साल बढ़ता जाता है और ये आंकड़े आपके कुत्ते के साइज के हिसाब से बदलते जाते हैं।
  • कुत्ते अपनी पूछ तभी हिलाते हैं जब वो खुश रहते हैं। यह बात सच है कि जब कुत्ते खुश होते हैं तब वह अपनी पुंछ हिलाते हैं, लेकिन वह अपनी पूछ, डर और एग्रेशन में भी हिलाते हैं। 

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देसी कुत्ते को कैसे पाले – How to Adopt a Street Dog

आज की पोस्ट में हम देसी कुत्ते को कैसे पाले ये समझेंगे पूरा तरीका step by step तो आइए जानते हैं पोस्ट के माध्यम से। पहले आप उस क्यूट से पप्पी को अपने घर के अंदर ले आए। ऐसा करना आसान नहीं होगा क्योंकि वो इतनी जल्दी आप पे ट्रस्ट नहीं करेगा। उनका ट्रस्ट जीतने के लिए आप ट्रिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। वह कोनसी ट्रिक्स वो हम आगे जानेंगे। इसलिए पोस्ट को अंत तक पढ़े।

देसी कुत्ते के बारे में जानकारी | How to Adopt a Street Dog

विशेषताविवरण
वफादारदेसी कुत्ते अपने लोगों को अधिक पसंद करते हैं।
उत्साहीवे खुशहाल और जिज्ञासु होते हैं।
संवारनशीलये कुत्ते अक्सर अपने परिवार की देखभाल करते हैं।
संपन्नवे अपने भोजन की अच्छी तरह से देखभाल करते हैं।
देसी कुत्ते की खासियत जान कर रह जाएंगे हैरान 

देसी डॉग के बारे में 3 ऐसी खूबियां जिसे जानने के बाद आपको काफी खुशी होगी। दोस्तों देसी डॉग को हम लोग ऐसा सोचते है की वो रोड का कुत्ता है, फ्री का कुत्ता है तो बहुत ज्यादा बेकार कुत्ता होगा। लेकिन दोस्तों मै आपको बता दू की बाहर से जितने भी लोग आते है जैसे की अमेरिकंस, रशियंस उन सब में से बहुत सारे लोग ऐसे होते है जो देसी डॉग को उठा कर के अपने देश ले जाते हैं। दोस्तों टीवी चैनल है नेशनल जियोग्राफ चैनल उन्होंने 1 शो चलाया था द फर्स्ट डॉग उस शो में उन्होंने बताया की इंडियन देसी डॉग जो है वो दुनिया का वन ऑफ द ओल्डेस्ट डॉक ब्रीड है लगभग पंद्रह हजार साल पहले से ये डॉग जाना जाता है और वन ऑफ द प्योरेस्ट डॉग ब्रीड है। 

 
दुनिया में जितने भी किस्म के कुत्ते पाये जाते हैं किसी भी कुत्ते में से अपना देसी डॉग कम वफादार नहीं है जबकि हम लोग सोचते है की ये देसी डॉग बहुत ही कम वफादार होगा घर से भाग जायेगा या फिर घर में चोर आयेंगे तो उसे चोरी करने के लिए दे देगा मतलब की ये वफादार नहीं होता है लॉयल कम होता है। तो दोस्तों मैं बता दूँ कि बहुत ज्यादा वफादार होता है। तो दोस्तों अगर आप लोगों के पास इन ब्रीड का कोई भी कुत्ता है तो नीचे कमेंट करके जरुर बताए कि वह फादर होता है या फिर नहीं होता है। 

चलिए दोस्तों अब हम बात करते है दूसरे पॉइंट पर तो दोस्तों जितने भी बाहरी नसल के कुत्ते होते हैं उसमें से कुछ गार्डिंग के लिए होता है कुछ फैमिली डॉग के लिए होता है कुछ ऐसे होते हैं जो बच्चों के साथ नहीं रह सकता है और कुछ ऐसे होते हैं जो बच्चों के साथ रह सकता है और किसी किसी में बहुत ही कम ऐसे डॉग हैं बाहरी नसल के जिसमे ये सारे गुण पाये जाते हैं। लेकिन दोस्तों अपने इंडियन देसी डॉग में ये सारे गुण पाये जाते हैं वो आपका घर भी बहुत ही अच्छे तरीके से गार्ड करेगा बच्चों के साथ भी काफी अच्छे से रहता है और बड़ों के साथ भी उसका बिहेव काफी अच्छा होता है। 

दोस्तों इंडियन देसी डॉग बहुत ज्यादा स्ट्रोंग ब्रीड है जिसमें आपको किसी भी तरीके का बीमारी रेयरली  बहुत ही कम दिखेगा और दोस्तों इस डॉग की ये खासियत होती है ये 10 डिग्री सेल्सियस से लेकर के 45 डिग्री सेल्सियस तक बहुत ही आसान तरीके से रह जाते हैं जबकि बाहरी नज़र के बहुत सारे ऐसे कुत्ते हैं जो आसानी से इस टेम्परेचर में नहीं रह सकते हैं और देसी डॉग के जो छोटे छोटे बाल होते हैं इसकी वजह से उसके बाल भी बहुत ही कम झड़ते हैं।

देसी कुत्ते का ख्याल कैसे रखें?

अगर आप लोगो ने देसी डॉग को रखा हुआ है तो तो सबसे पहले नंबर पर मैं आपको बताना चाहूंगी की जो भी लोग देसी डॉग पालते हैं वो इसको कीड़े का दवाई नहीं देते है जो की बहुत बड़ा गलत चीज है आप लोगो को डॉग के एज के अनुसार उसको कीरे का दवाई देना है जैसे की डॉग 3 महीने का है या फिर 3 महीने से ऊपर का है या 6 महीने से ऊपर का है तो. अलग अलग समय पर अलग अलग टाइप का उसको मेडिसिन दिया जाता है अगर वो मेडिसिन आप नहीं दोगे तो डॉग के पेट में कीड़ा हो जायेगा और वम्स हो जाएगा। 

वो कीड़ा पेट में रह कर के आप लोग जितना भी खाना इसको खिलाओगे वो सब खाना इसका खा जाएगा और साथ ही साथ अन्दर अन्दर से इसका खून भी पिएगा तो कमजोर करता चला जायेगा। अगर छोटा बच्चा है तो मतलब कुछ समय के बाद वो मर भी सकता है तो दोस्तों सबसे बढ़िया है की आप लोग अपने डॉग को कीड़े का दवाई जरूर दे उसको डिवार्मिंग बोलते है। 

अगर आप लोगो को नहीं पता है तो आप लोग पास वाले कोई भी डॉग के शॉप में चले जाइए उसको बोलिए की का देसी डॉग इतना एज है वो दे देंगे वो आपको डॉग के एज के अकॉर्डिंग उसके वेट के अकॉर्डिंग कौन सी मेडिसिन कितने कितने दिन पर देना चाहिए सब कुछ बता बता देंगे।

बहुत सारे लोग क्या करते है की अपने देशी डॉग को जब भी वो घर में मुर्गा खाते हैं या मछली का काटा खाते हैं वो इसको दे देते हैं खाने के लिए। दोस्तों ये भी 1 तरीके का जीव है तो हमेशा नहीं होता है ऐसा लेकिन कभी कभी हो सकता है की वो हड्डी इसके गर्दन से जाते हुए अंदर में फाड़ दे या फिर पेट में फाड़ दे तो वो बहुत ज्यादा दिक्कत कर सकता है आपके प्यारे से छोटे से डॉग के लिए। 

तो दोस्तों पहले जो मैंने डीवार्मिंग बताया है बहुत सारे कुत्ते के बच्चे उसी की वजह से मरते हैं बचपन में ही मर जाते है और आप लोगो को पता भी नहीं चलेगा आप लोग बोलोगे की डॉग उल्टी कर रहा था, ये कर रहा था वो कर रहा था लेकिन कई बार यहाँ पर ऐक्चवली में फॉल्ट डिवार्मिंग का होता है।

बहुत सारे लोगो को लगता है कि जर्मन सेफर्ड लेबर डॉग ये सब ही अच्छे होते हैं लेकिन कोई भी डॉग हो सारे डॉग 1 ही जैसे होते हैं चाहे वो देसी डॉग ही क्यूँ न हो तो इसको प्लीज आप लोग अच्छा खाना ही दीजिये ताकि आपके घर में रहे और आपका 1 प्यारा सा दोस्त बन कर के रहे। 

तीसरा गलती जो बहुत सारे लोग ये कहते है की इसको वैक्सीन नहीं दिलवाते हैं, दोस्तों अपने डॉक का वैक्सीन जरूर करवाए, वैक्सीन लगवाने से क्या होगा की इसको रैबीज का इन्फेक्शन नहीं होगा तो ये जब भी किसी को बात करेगा तो वो बचा हुआ रहेगा अब दुसरे वैक्सीन के बारे में मैं आपको बता रहा हं, इस चीज के बारे में आपको बिल्कुल भी नहीं पता होगा, हो सकता है की पता हो लेकिन वो जो वैक्सीन है वो आपके डॉग को बहुत सारे वायरस से बचाएगा। 

जैसे की मुर्गी है मर्गी को बहुत सारी बीमारी होती है, अब जैसे की गाय है गाय को भी बहुत सारा प्रॉब्लम होता है, अब आदमी है आदमी को भी बहुत सारा इन्फेक्शन होता है जैसे की चिकन पॉक्स, ये चिकन पॉक्स किसी भी इंसान को हो सकता है यह वायरस से ट्रांसफर होता है कोरोना वायरस तो उसी तरीके से इसमें भी कुछ वायरस होते है जैसे की पार्वो वायरस, कैनिन, डिस्टेम्प, पर इस सब टाइप के वायरस होते हैं तो आप लोग अपने डॉग को ये वायरस वाला भी वैक्सीन जरूर दिलवा दीजिये।

देसी कुत्ते का ट्रस्ट कैसे जीते – How to win the trust of a Street Dog

शुरुआत में हमें street dog को पट्टा बिल्कुल नहीं पहनना चाहिये। इसलिए आप कोई भी जल्दबाजी ना करें। पहले पट्टा अपने हाथ में रखिए। वो उसे सूहेगा फिर आप उसे एक ट्रीट दीजिये, ऐसा करते करते वो पट्टे पे भरोसा कर लेगा। फिर आप उसे कॉलर पहना दे और चाहे तो उस पे लीश भी लगा सकते हैं, लेकिन एक बात का ख्याल रखे। जब पहली बार उसे लीश लगाएं तो फिर से उसे ट्रेड दे। जब पहली बार आप उसके साथ टहलने जाए तो उन्हें अपने पास रखने के लिए ट्रीट्स का इस्तेमाल करें।

अगर वो कहीं पर रुक जाए तो उसे बिल्कुल भी मत खिचिये बल्कि खुद उनके पास जाकर उन्हें ट्रेड दीजिए। ऐसा करने से वो फिर आपके साथ चल पड़ेंगे। अब बाद में आप गले के पट्टे की जगह हार्नेस का इस्तेमाल करिए क्योंकि अगर वो घबरा कर आपको खींचते हैं तो उनके गले पे बिल्कुल ज़ोर नहीं पड़ेगा। मुझे यकीन है कि अब तक वो आप पर भरोसा करने लगेंगे।

देसी कुत्तों को क्या खिलाना चाहिये – What to feed Indian dogs

अब कई लोगों को लगता हैं की कुत्तों को केवल मीट बेस्ड खाना देना चाहिए क्योंकि उनके इन्सेस्टर्स जंगल में सिर्फ मीट्स खाते थे, लेकिन सदियों से इंसानों के साथ रहते रहते डॉग्स ने human food को अडॉप्ट कर लिया हैं। आप इन्हें सेब, केला और दूध से बनी हुई चीजें आराम से खिला सकते हैं लेकिन ये सब चीजें उन्हें हिसाब से खिलानी चाहिए और  dog actual balance Diet ही उन्हें खिलानी चाहिए।

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देसी कुत्ते को नहलाये कैसे?

अब बारी स्ट्रीट डॉग को नहलाने की। जब कुत्ते ऐसे गलियों में घूमते हैं तो उनका गंदगी से रहना स्वाभाविक है, जिसकी वजह से कई तरह के परजीवी उन पर लग जाते हैं। उसे साफ करने के लिए आप नीम का तेल और नारियल का तेल। मिक्स करके उन पर लगाएं। ये तेल उनके खाल पर पहुंचना चाहिए और फिर 24 घंटे तक उस तेल को उनके शरीर पे रहने दे।

अब बाद में उसे अच्छे से नहलाने की आप चाहे तो कोई भी सुबह  शाम को यूज़ कर सकते हैं या फिर नीम को पानी के साथ घोल कर भी लगा सकते हैं। उसके पूरे शरीर पे घोल को लगाएं, सिर्फ आँख और कान को छोड़कर फिर उनको अच्छे से नहला कर सारा साबुन साफ करें। बस ध्यान रखें उनके कानो में पानी ना जाए। इस तरीके से आप देसी कुत्ते का ख्याल रख सकते है।

निष्कर्ष :

आज की पोस्ट में हमने जाना की कैसे हम देसी कुत्ते को अडॉप्ट कर सकते है (how to adopt a street dog)। साथ ही हमने जाना की देसी कुत्ते को क्या खिलाना है, कैसे उसका ख्याल रखना यह सभी देसी कुत्तों के बारे में जानकारी (desi kutto ke bare me jankari) आज की पोस्ट के माध्यम से आप जान पाए होंगे। उम्मीद है आपको आज की पोस्ट पसंद आई होगी ऐसे ही आपने पालतू कुत्ते के बारे और भी रोचक जानकारी पाने के लिये हमारे साथ जुड़े रहें धन्यवाद!

How to Adopt a Street Dog
How to Adopt a Street Dog

FAQS: How to Adopt a Street Dog

देसी कुत्ता कितने का मिलता है?

देसी कुत्ता की कीमत 10,000 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक कीमत में मिल सकता है।

देसी कुत्तों की उम्र कितनी होती है?

देसी कुत्तों की उम्र आमतौर पर 12 से 14 वर्ष तक होती है। हालांकि, यह उम्र उनकी देखभाल और स्वास्थ्य पर भी निर्भर करती है।

14 माह के पालतू देसी कुत्ते को प्रतिदिन कितना खाना खिलाना चाहिये?

14 महीने के पालतू देसी कुत्ते को प्रतिदिन दो बार भोजन देना उचित होता है। इस आयु के कुत्ते को प्रतिदिन उनका वजन के अनुसार लगभग 250-350 ग्राम का पोषक आहार देना चाहिए।

कौन सा कुत्ता घर के लिए सबसे अच्छा है?

घर के लिए सबसे अच्छा कुत्ता वह है जो परिवार के जीवनशैली और जरूरतों के साथ मेल खाता है। लेकिन, बीगल, लाब्राडोर, और पोमरेनियन कुत्ते घरेलू जीवन के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं।

घर में कुत्ता क्यों पालना चाहिए?

कुत्ता पालना जीवन को खुशहाल बनाता है और अनेक स्तरों पर लाभ प्रदान करता है। वह हमें साथी बनाता है, हमें स्नेह और वफादारी का अनुभव कराता है। डॉग हमरी रक्षा भी करता है ज़ब वो आपका दोस्त बन जाता है। 

देशी नस्ल के कुत्तों की क्या विशेषता होती है?

देशी नस्ल के कुत्तों की खासियत यह है कि वे मजबूत और स्वस्थ होते हैं। उन्हें सही खान-पान और उचित व्यायाम की जरूरत होती है। वे सामाजिक और वफादार होते हैं।

हमें देसी कुत्ता ही क्यों पालना चाहिये?

देसी कुत्ता पालने से हमें स्थानीय जीवन और सामाजिक जड़ों का एक अहम हिस्सा मिलता है। उनकी साथीता और स्नेह वाली विशेषताएं हमें आनंद करती हैं।